तहसील कर्मियो की साठगांठ से दलालो ने बेच दी मृतक की जमीन
गोसाईंगंज /लखनऊ।तहसील कर्मचारियों की साठगांठ से दलालो ने मृतक की जमीन बेच दी।रुपयो के बंटवारे को लेकर उतपन्न हुए विवाद के कारण मामले का हुआ खुलासा ।इस मामले में खुद को भाकियू का तहसील अधक्ष्य बताने वाले राम सिंह सहित चार लोगो के विरूद्ध गोसाईंगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है।चारो पर बेली कला गाँव के एक मृत व्यक्ति की जमीन तहसील कर्मचारियों की मिली भगत से बताई जाती है।इस मामले की रिपोर्ट मोहरी खुर्द निवासी कमलेश कुमार पुत्र मोहनलाल द्वारा गोसाईंगंज थाने में दर्ज करायी गयी है
गोसाईंगंज थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार बेली कला गांव में भुखनी नाम का एक बृद्ध व्यक्ति रहता था जिसके कोई सन्तान नही थी।उस बृद्ध की मृत्यु हो जाने के बाद किसान यूनियन के नेता राम सिंह और मोहरी खुर्द निवासी राजेन्द्र ने मिलकर भुखनी की जमीन बेचकर धन कमाने की योजना बना डाली।इस योजना में दो अन्य कुलदीप पाण्डेय पुत्र कृष्णानन्द पाण्डेय निवासी 1/5 विवेक खण्ड गोमती नगर लखनऊ,और बैजनाथ पुत्र पियारे को भी शामिल किया।इस प्रकरण में राजेन्द्र कुमार को मृत भुखानी का वारिस बताकर जमीन उसके नाम करायी गयी।उसके बाद पचास लाख रूपये में बेच दी।लेकिन जब बेचीं गयी जमीन से मिले रुपयो के बटवारे को लेकर चारो में विवाद हुआ तब मामले का पर्दाफास हुआ।इस मामले को लेकर तहसील कर्मचार भी असमन्जस की स्थिति में है।क्योकि तत्कालीन तहसीलदार द्वारा पांच लाख रूपये की रिश्वत लेने की बात कही जा रही है।साथ ही उन पर जमीन बेचने वालो का सहयोग करने का आरोप भी लगाया गया है।इस मामले में गांव वालो का कहना है कि भुखनी के कोई सन्तान नही थी और उसकी मृत्यु लगभग दस वर्ष पूर्व हो चुकी थी।
[सोनू वर्मा पत्रकार लखनऊ]